जनपद बांदा।
जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, महुआ का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय डा0 देव तिवारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, महुआ, श्रीमती शशिकला महिला हेल्थ सुपरवाइजर (एल0एच0वी0), श्रीमती पुष्पा सचान स्टाफ नर्स, प्रवीण कुमार कश्यप बी0पी0एम0 (संविदा), प्रवीण कुमार ओप्टोमैट्रिस्ट (ओ0पी0टी0) एवं सुरेन्द्र पाल सिंह, वार्ड ब्याव अनुपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी द्वारा अनुपस्थित पाये गये प्रभारी चिकित्साधिकारी सहित सभी 05 कर्मचारियों का स्पष्टीकरण मांगा गया तथा एक दिन का वेतन रोका गया।
जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्साधिकारी कक्ष, वैक्सीनेशन कक्ष, डॉटस सेन्टर, प्रसव केन्द्र, महिला वार्ड, लेबर रूम, शौंचालय आदि निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सम्पूर्ण परिसर में अत्यधिक गन्दगी पाई गई जिसमें जगह-जगह कूड़े के ढेर, जंगली पेड़ पौधे आदि उगे हुए पाये गये। निरीक्षण के समय महिला वार्ड में 07 बेड पाये गये, सभी बेड़ो पर चादर पड़ी हुई नहीं पाई गई तथा वार्ड में 04 पंखों लगे हुये थे, जिनमें 03 पंखे बन्द पाये गये एवं कक्ष में प्रकाश व्यवस्था नहीं पाई गई। जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुये तत्काल प्रभारी चिकित्साधिकारी को सम्पूर्ण परिषर की अभियान चलाकर सफाई कराने तथा वार्ड में पडे बेडो में चादर डलवाने एवं पंखे व प्रकाश की व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी द्वारा कोल्ड चौन कक्ष का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय नीतेश गुप्ता, हेल्थ वर्कर (बी0एच0डब्ल्यू0) व श्री मनोज कुमार, स्टाफ नर्स उपस्थित पाये गये। कोल्ड चौन कक्ष में रखे 05 डी फ्रीजर रखे हुये पाये गये। जिलाधिकारी डी फ्रीजर संख्या-1 को खुलवाकर देखा गया तथा मौके पर उपस्थित नीतेश गुप्ता, हेल्थ वर्कर (बी0एच0डब्ल्यू0) से जानकारी प्राप्त की गई। श्री नीतेश गुप्ता द्वारा अवगत कराया गया कि रजिस्टर के अनुसार फ्रीजर का तापमान $4 डिग्री होना चाहिए, परन्तु मौके पर 0 डिग्री पाया गया। इसी प्रकार डी-फ्रीजर नं0-2 में रजिस्टर के अनुसार $4 डिग्री तापमान होना चाहिए, परन्तु $3 पाया गया तथा डी-फ्रीजर नं0-3 में -17 डिग्री तापमान की जगह -18 डिग्री पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा कोल्ड चौन कक्ष को अन्तिम बार खोलकर डी-फ्रीजर देखने के सम्बन्ध में जानकारी चाही गई। मौके पर उपस्थित नीतेश गुप्ता द्वारा अवगत कराया गया कि 05 दिवस पूर्व देखा गया था। जिलाधिकारी द्वारा कार्या में लापरवाही बरतने के सम्बन्ध में नीतेश गुप्ता का एक दिवस का वेतन तत्काल प्रभाव से रोका गया। जिलाधिकारी द्वारा औषधि कक्ष का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय सुशील कुमार तिवारी फार्मासिस्ट उपस्थिप पाये गये। जिलाधिकारी द्वारा स्टाक रजिस्टर को देखा गया तथा स्टाक रजिस्टर 1 अप्रैल 2022 के बाद अद्यतन न पाये गये जाने पर फार्मासिस्ट सुशील कुमार तिवारी से स्पष्टीकरण मांगा गया तथा 01 दिवस का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोका गया। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा फार्मासिस्ट को निर्देशित किया कि तत्काल स्टाक रजिस्टर को अद्यतन करें तथा सभी दवाओं का लेखा जोखा स्टाक रजिस्टर में अंकित करें।
Crime 24 Hours / ब्यूरो रिपोर्ट