देवरिया लार

कारवां गुजर गया, गुबार देखता रह गया यूपी का टाप टेन लार हास्पिटल

लार-देवरिया:-यूपी के टाप टेन में शामिल लार हास्पिटल अब अपनी राजनीतिक उपेक्षा के कारण अपने हाल पर आँसू बहा रहा है।कुछ दिन पहले सलेमपुर विधायक जी द्वारा आनन फानन में 30 लाख रुपये जारी कर अपनी पीठ थपथपा ली गयी लेकिन आजतक उस फंड का अता पता नहीं चला।फोन करने पर कभी स्विच ऑफ तो कभी काल रिसीव नहीं तो कभी पूजा इत्यादि में व्यसतता कहकर बात नहीं हो पाती है जिससे वस्तु स्थिति स्पष्ट हो सकें।कुछ लोग सांसद फंड ना होने की दुहाई दे रहे थे और इसी बीच जिन चार हास्पिटलों का कहीं अता पता नहीं था उनको राजनीतिक प्रतिस्पर्द्धा के चलते कोविड हास्पिटल के लिए परमिशन जारी हो गया।अब भाटपार को भी कोविड अस्पताल बनाने के लिए दिए सलेमपुर सांसद जी ने 25 लाख रुपए जारी कर दिये और हो भी क्यों नहीं? भोजपुरी में एक कहावत है “मुरहाईल हंसुओं अपनिये ओर खींचेला।” अब तो लार को कोविड हास्पिटल बनने की रही सही आशा भी धूमिल होती जा रही है।लार क्षेत्र की जनता अब स्वंय को असहाय,अनाथ और ठगा हुआ महसूस कर रही है।अब तो कोई दैवीय चमत्कार ही लार के लिए कुछ कर सकता है जबकि लार में सभी सुविधाएं पहले से ही मुहैया है।कमी है तो बस राजनीतिक प्रतिबद्धता की।

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