मुख्यमंत्री के सपनों को कुचलता शिक्षा विभाग
खागा (फतेहपुर) महाविद्यालयों के संचालकों व उच्च अधिकारियों के भ्रष्टाचार रवैया के चलते छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार मय हो रहा है। महाविद्यालयों में चल रही बीए, बीएससी की परीक्षा में मानक विहीन तरीकों से षड्यंत्र द्वारा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। और कुट चरित्र तरीकों द्वारा प्रवेश कर परीक्षा समय मोटी कमाई की जा रही है ।रकम न मिलने पर छात्र छात्राओं के प्रवेश पत्र जमा करवा कर उनको बाहर कमरे में कर दिया जाता है।तथा बोला जाता है कि जाकर पैसा लाओ तभी परीक्षा दे पाओगे।
प्रोफ़ेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भइया यूनिवर्सिटी प्रयागराज से संबंधित महाविद्यालयों में संचालित हो रहे बीए, बीएससी पाठ्यक्रम की प्रथम ,द्वितीय व तृतीय वर्ष की परीक्षा में महाविद्यालयों के प्रबंधक कमेटी द्वारा छात्र-छात्राओं से अवैध वसूली का सिलसिला जारी है। फतेहपुर जनपद के खागा तहसील स्थित धाता विकासखंड के डेण्डासाई महाविद्यालय में संचालित परीक्षा में छात्रों को परेशान कर प्रवेश वार्षिक विकास शुल्क के नाम पर मोटी रकम जबरन वसूली जा रही है। और रुपए ना मिलने पर छात्रों के प्रवेश पत्र लेकर बाहर बैठा दिया जाता है ।बताया जाता है कि मानक विहीन बने ऐसे महाविद्यालय उच्च अधिकारियों की रहमों करम से बिना पढ़ाए सीधा परीक्षा देने बुलाते हैं ।और फिर शुरू होता है वसूली का काम। प्रवेश के दौरान 51 सो रुपए फीस बताकर प्रवेश करते समय फिर परीक्षा शुरू होते ही वही 82 सो रुपए मांगने लगते हैं ।और फिर नकल के नाम पर ₹4000 प्रति छात्र लेते हैं, ना देने पर छात्रों से उनका प्रवेश पत्र लेकर बाहर बैठा दिया जाता है। और अगले दिन रुपए ना मिलने पर फिर परेशान किया जाता है। वही मैनेजमेंट द्वारा अपने गुर्गों को बैठल कर बसूली करवाते हैं। ऐसे में उच्च अधिकारी ना तो ऐसे महाविद्यालयों में नजर रखते हैं। और ना ही उन पर कोई कार्यवाही करते हैं। जिससे इन महाविद्यालयों का मन दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। और अभिभावकों को मजबूरन इनका शिकार बनना पड़ता है।ब्यूरो रिपोर्ट