सतर्कता और जागरूकता से ही होगा मलेरिया से बचाव– सीएमओ
निशुल्क जाँच व रैली का हुआ आयोजन
स्वास्थ्य केन्द्रों पर मनाया गया विश्व मलेरिया दिवस स्कूलों से बच्चो ने निकली रैली दी साफ़ सफाई की जानकारी
कौशाम्बी। विश्व मलेरिया दिवस के उपलक्ष्य में जनपद में विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को मलेरिया रोग के प्रति जागरूक किया | इस बार की थीम “एंड मलेरिया फॉर गुड” पर आधारित थी जिसमे सभी को मिलकर मलेरिया को 2030 तक ख़त्म करना हैं जिला स्तरीय मलेरिया टीम ने मलेरिया दिवस पर बैठक कर जनपद को मलेरिया मुक्त करने के लिए नीति पर चर्चा की , वही दूसरी ओर स्वास्थ्य इकाइयों पर विभाग द्वारा निशुक्ल जाँच की गयी | स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को साफ़ सफाई की जानकारी एवं रोग बचाव की जानकारी दी गयी, तो कही विद्यार्थियों द्वारा ही मलेरिया दिवस पर रैली आयोजन भी किया गया मलेरिया एक घातक बीमारी हैं जिसके प्रति लापरवाही जान भी ले सकती हैं यदि कुछ इस तरह के लक्षण हो तो जाँच तुरंत कराए , डॉ. के.सी राय सी.एम्.ओ ने कहा कि
चार से आठ घंटे के चक्र में बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, ठंड लगना, पसीना आना और मिचली व उल्टी जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत आशा कार्यकर्ता या स्वास्थ्यकर्मी से संपर्क करें। उनकी मदद से प्रशिक्षित चिकित्सक को दिखा कर उनकी सलाह पर मलेरिया की जांच कराई जानी चाहिए | समय से जांच व इलाज न होने से मलेरिया जानलेवा हो सकता है मलेरिया की दवा बीच में नहीं छोड़नी है। लक्षण समाप्त होने पर भी मलेरिया का पूरा इलाज करवाना है। जिला स्तरीय अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएची), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) पर मलेरिया की जांच निःशुल्क है ।जिला मलेरिया अधिकारी अनुपमा मिश्रा कहती हैं मलेरिया निरीक्षकों की टीम जिले में मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए संबंधित विभागों और सामुदायिक योगदान के जरिये अभियान में जुटे हुए हैं, लेकिन लोगों की सतर्कता अधिक आवश्यक है मलेरिया से बचाव के लिए पूरे बांह के कपड़े पहने, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, मच्छररोधी क्रिम लगाएं, घर में मच्छररोधी अगरबत्ती का इस्तेमाल करें । घरों में किटनाशकों का छिड़काव करें, खुली नालियों में मिट्टी का तेल डालें ताकि मच्छरों के लार्वा न पनपने पाएं, मच्छरों के काटने के समय शाम व रात को घरों और खिड़कियों के दरवाजे बंद कर लें। इन उपायों के बावजूद अगर लक्षण दिखें तो मलेरिया की जांच करवा कर इलाज करवाएं।
पूनम द्विवेदी पत्रकार ✍️