स्थानीय लोगों ने की दरोगा और सिपाही की चप्पल से पिटाई
मामला पेपर मिल चौकी लखनऊ का है जहां पर एक युवक को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया उसके बाद उसकी पिटाई की जिससे युवक की हालत काफी गंभीर है पुलिस की इस बेरुखी से वहां की जनता त्रस्त दिखी और देखते ही देखते जनता पुलिस प्रशासन के ऊपर एकदम से टूट पड़ी नतीजा यह निकला कि दरोगा की पिटाई स्थानीय लोगों ने चप्पलों से की अब बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या पुलिस प्रशासन से कोई चूक हो रही है या फिर पुलिस प्रशासन सरकार के दबाव में आकर के ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रही है इस मामले को अगर ध्यान से देखा जाए तो नतीजे तो यही निकलने वाला है कि जनता अब शासन प्रशासन से त्रस्त दिख रही है और खुद ही फैसला लेने के लिए तैयार हो चुकी है ऐसे में शासन प्रशासन को यह सब बात को ध्यान में रखते हुए जनता के बारे में पूरी निष्ठा और ईमानदारी से सोचना पड़ेगा अन्यथा वह दिन दूर नहीं कि जनता को रोकने के लिए पुलिस असहाय नजर आती दिखेगी शासन और प्रशासन से अब जनता यही उम्मीद लगाए बैठी है कि शायद शासन और प्रशासन जोकि अंधी हो चुकी है उनको आंख खोलना पड़ेगा और जो भी ऐसी घटनाएं हो रही है उन सब घटनाओं को बारीकी से देखना होगा ताकि जनता की बेरुखी शासन और प्रशासन को ना देखना पड़े इससे आने वाले चुनाव में कुछ ऐसी घटनाएं ना होने पाए जिससे शासन और प्रशासन को यह सब दिक्कतों का सामना करना पड़े हम शासन और प्रशासन से यही उम्मीद रखते हैं कि वह पूरी ईमानदारी और निष्ठा से अपने कार्य को आगे बढ़ाएं और जनता के बारे में पूरी ईमानदारी और निष्ठा से कार्य करें।
ब्यूरो रिपोर्ट