कनिष्ठ जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी आत्मानंद सरस्वती महाराज पहुंचे श्री गूढेश्व़र अखंड धाम
अमौली /फतेहपुर-जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी आत्मानंद सरस्वती महाराज व राम जन्म भूमि न्यास के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नर्मदा परिक्रमा के उपरांत आज सुबह 11:00 चांदपुर नोन नदी के किनारे स्थित श्री गूढेश्व़र अखंड धाम पहुंचे जहां उन्होंने नर्मदा जल से भगवान शिव का विधि विधान से अभिषेक के पश्चात श्रद्धालुओं से भी मिले मां नर्मदा सहित अन्य नदियों की विशेषताओं को बखान किया और शंकराचार्य जी ने बताया की नर्मदा जी वैराग्य की अधिष्ठात्री मूर्तिमान स्वरूप है। गंगा जी ज्ञान की, यमुना जी भक्ति की, ब्रह्मपुत्रा तेज की, गोदावरी ऐश्वर्य की, कृष्णा कामना की और सरस्वती जी विवेक के प्रतिष्ठान के लिये संसार में आई हैं। सारा संसार इनकी निर्मलता और ओजस्विता व मांगलिक भाव के कारण आदर करता है व श्रद्धा से पूजन करता है। मानव जीवन में जल का विशेष महत्व होता है। यही महत्व जीवन को स्वार्थ, परमार्थ से जोडता है। प्रकृति और मानवता का गहरा संबंध है। नर्मदा तटवासी माँ नर्मदा के करुणामय वह वात्सल्य स्वरूप को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। बडी श्रद्धा से लोग पैदल चलते हुए इनकी परिक्रमा करते हैं साथ ही चल रहे श्रवण मास मेला की तैयारियों का जायजा लिया इस मौके पर मौजूद रहे चांदपुर थान अध्यक्ष राजेंद्र कुमार त्रिपाठी कांस्टेबल प्रभू पांडेय अध्यक्ष अर्जुन सिंह गौतम अमित पांडेय पवन पांडेय सहित सैकड़ों श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट