मलवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चितौरा मोड के सामने गाँव मे एक किराए के मकान में होता है जिस्मफरोशी का गोरखधंधा
लड़कियों की फोटो व्हाट्सएप तथा वीडियो कॉल में दिखाने के बाद लगती है उसकी बोली
जिस्मफरोशी के गोरखधंधे के संचालक को प्राप्त है पुलिस विभाग के एक सिपाही का आशीर्वाद
मलवा थाने का एक लाल वही है संचालक का सबसे बड़ा दलाल
फतेहपुर जनपद के पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल जहां जनपद में अपराध नियंत्रण करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और समय-समय पर थाना प्रभारी व चौकी प्रभारियों का फेरबदल भी करते रहते हैं जिससे थाना प्रभारी व चौकी प्रभारियों के पास बैठने वाले दलालों की दाल ना गल सकें और शहर में होने वाले अपराधों पर नियंत्रण लगाया जा सके उनका यह प्रयास जनपद में दिखाई भी दे रहा है और अपराधों में अंकुश लगने का काम भी थाना प्रभारी व चौकी प्रभारी बखूबी कर रहे हैं परंतु शहर के कुछ ऐसे चिन्हित स्थान हैं जहां से जिस्मफरोशी का गोरखधंधा खूब फल फूल रहा है गैर जनपदों से जिस्मफरोशी का धंधा करने वाली लड़कियों को जनपद में लाया जाता है और शहर के कुछ नामचीन होटलों में भेज कर रंगरलिया मनाने वालों से ली जाती है मोटी रकम और उन्हें रात रंगीन करने के लिए उनके स्थान तक पहुंचाई जाती हैं लड़कियां ,वहीं शहर के भिटौरा बाईपास के समीप अभी कुछ महीनों पहले एक किराए की बिल्डिंग में देखने को तो खाने का होटल खोला गया था परंतु हकीकत अगर बयां करें तो उस होटल के अंदर होता था जिस्मफरोशी का गोरखधंधा कुछ दिनों बाद जब होटल चर्चित में आ गया तो होटल के संचालक ने उस जगह को खाली कर के अपना जिस्मफरोशी का गोरखधंधा बनाने का अड्डा ढूंढने लगे और कुछ दिनों के लिए नाउवा बाघ के समीप अपना अड्डा बनाना चाहा परंतु वहां भी दाल न गलने के कारण वर्तमान समय में मलवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चितौरा मोड़ के सामने वाले गांव के पास एक किराए के मकान में चलता है जिस्मफरोशी का गोरखधंधा वही रंगरलिया मनाने वालों को दी जाती है पूरी सुविधा हालांकि जिस्मफरोशी का गोरख धंधा करने वाले संचालक का दिमाग भी किसी अपराधी से कम नहीं चलता दिन के उजाले में घर से होता है जिस्मफरोशी का व्यापार और रात के अंधेरे में चार पहिया वाहन में बदल बदल कर शहर से लेकर देहात तक पहुंचाई जाती है लड़कियां वही जिस्मफरोशी के गोरखधंधे के संचालक की पत्नी भी रहती है इस मामले में सम्मिलित देखने में जिस्मफरोशी का गोरखधंधा परंतु इस धंधे में अहम भूमिका संचालक के पत्नी की होती है रंगरलिया मनाने वालों से डील करने में नहीं पीछे हटती संचालक की पत्नी हालांकि ग्रामीण वासियों ने पिछले 1 महीने में कई बार जिस्मफरोशी का धंधा करने वाले तिवारी नाम के चर्चित व्यापारी के घर में धावा भी बोला और कई बार मलवा थाने की पुलिस को भी सूचित किया है परंतु अपराधियों से भी तेज दिमाग चलने वाले संचालक ने अपने यहां घर में आई लड़कियों से पहले पुलिस को करवा देता है फोन और फिर पुलिस के आते ग्रामीण वासियों के ऊपर लगते हैं छेड़छाड़ के आरोप , तथा सगे संबंधी बताकर अपने घर में जिस्मफरोशी का गोरख धंधा करने वाला संचालक को नहीं है प्रशासन का डर फिर होता है चीरहरण ,अभी 2 दिन पूर्व ग्रामीणों ने जब इस बात का विरोध किया तो पुलिस प्रशासन के आने से पहले मलवा थाने की एक लाल ने अपनी अहम भूमिका निभाते हुए संचालक से सांठगांठ कर थाने से ही लेनदेन कर उसे छोड़ दिया देह व्यापार करने वाला संचालक अपने धंधे को अंजाम देने लगा वही दे व्यापार करने संचालक के पास कानपुर दिल्ली लखनऊ बाराबंकी कुशीनगर मध्य प्रदेश तथा नेपाल से जिस्म का धंधा करने वाली लड़कियों का होता है आवागमन अब देखना यह है कि क्या ऐसे देह व्यापार करने वाले तथा उनको संरक्षण देने वाले वर्दीधारी लाल के ऊपर पुलिस अधीक्षक पुलिस अधीक्षक का हंटर चलेगा या फिर इसी तरीके जनपद में होता रहेगा देह व्यापार यह तो समय ही बताएगा।
ब्यूरो रिपोर्ट