कासगंज

मुख्य विकास अधिकारी ने मत्स्य पालन हेतु नई वैज्ञानिक तकनीक से बनाये गये तालाबों का किया निरीक्षण

मुख्य विकास अधिकारी ने मत्स्य पालन हेतु नई वैज्ञानिक तकनीक से बनाये गये तालाबों का किया निरीक्षण।

कासगंज:मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र द्वारा विकास खण्ड कासगंज के ग्राम महावर में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत चयनित लाभार्थी श्यामा देवी पत्नी नेम सिंह द्वारा मत्स्य पालन हेतु नई वैज्ञानिक तकनीक से बनाये गये पक्के तालाबों-लघु आरएएस का निरीक्षण किया तथा उनमें मत्स्य पालन हेतु मछली के बीज/बच्चे छोड़े गये। इन तालाबों में पंगेशियस जाति की मछली का पालन वैज्ञानिक तकनीक के साथ किया जायेगा।
जनपद में पंगेशियस जाति की मछली आन्ध्र प्रदेश से मंगाई जाती है। जिसे यहां तक आने में ही लगभग एक सप्ताह लग जाता है। अब इन तालाबों में बायो टेक्नोलाॅजी के माध्यम से इस मछली का पालन होने से जनपद वासियों को ताजा और स्वस्थ मछली मिल सकेगी। लाभार्थी द्वारा चार पक्के तालाब साढ़े चार मीटर चैड़े और 74 मीटर लम्बे तथा डेढ़ मीटर गहरे बनाये गये हैं। मछलियों को पक्षियों से सुरक्षा के लिये नेट से कवर्ड किया गया है। साढ़े सात लाख रू0 की लागत में लाभार्थी को मत्स्य विभाग द्वारा साढ़े चार लाख रू0 अनुदान दिया गया है। मछलियों को कृत्रिम झरनों व फब्बारांे से पानी देने के लिये समर जेनरेटर लगाया गया है। इस प्रकार यह जनपद में बायो टेक्नोलाॅजी के माध्यम से मत्स्य पालन के लिये एक अच्छा प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इन तालाबों में अन्य सामान्य तालाबों की तुलना में काफी अच्छा और गुणवत्ता युक्त मत्स्य उत्पादन हो सकेगा। जिससे लाभार्थी को एक वर्ष में कम से कम 8 से 10 लाख रू0 तक की आय हो सकती है।
इसके साथ ही मुख्य विकास अधिकारी द्वारा लाभार्थी डोरी लाल द्वारा तैयार कुक्कुट पालन प्रोजेक्ट तथा शिमला मिर्च की खेती का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य गि�
विकार खान कासगंज

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