कानपुर के बिल्हौर में नगर पालिका चुनाव के दौरान मतपेटियों में पानी और तेजाब डालने संग फर्जी वोटिंग करने वालों के खिलाफ शिकंजा कस गया है। 80 लोगों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। यह संबंधित वार्ड के पीठासीन अधिकारियों ने वादी बनकर दर्ज कराई है। पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है। घटना के समय जो वीडियो मौके पर बनाए गए थे, उनके आधार पर आरोपितों को चिह्नित कर आगे की कार्रवाई होगी।
इस्लामिया स्कूल में दो वार्डों के चुनाव में गड़बड़ी हुई। पहली एफआईआर सेनानी विहार, लखनऊ निवासी तोषकार झा ने 25 अज्ञात के खिलाफ कराई। तोषकार के मुताबिक वह भाग संख्या 25 वार्ड 25 के पीठासीन अधिकारी थे। 11 मई को स्कूल में मतदान के दौरान शाम साढ़े पांच बजे 25 लोग घुस आए और उन्होंने मतपेटी में पानी व तेजाब जैसा तरल पदार्थ डाल दिया।
भाग संख्या 22 वार्ड 22 के पीठासीन अधिकारी ग्राम सिहारी पो कछगांव कानपुर देहात निवासी रामनरेश ने 30 अज्ञात के खिलाफ मतपेटी में पानी व तेजाब डालने के मामले में दूसरी रिपोर्ट कराई। वहीं, कन्या प्राथमिक पाठशाला में भाग संख्या 16 वार्ड के पीठासीन अधिकारी एलिम्को हाउसिंग सोसाइटी विनायकपुर कल्याणपुर निवासी शैलेंद्र सिंह ने 25 अज्ञात पर तीसरी एफआईआर
उनका आरोप है कि भीड़ ने उनके रोकने के बावजूद 14 मत पत्र छीनकर उन पर मुहर लगाकर मतपेटी में डाल दिए। कहा जा रहा है। कि सभी आरोपितों ने एक साथ साढ़े पांच बजे मतदान केंद्रों पर हमला बोला।
इन धाराओं में दर्ज हुई रिपोर्ट
188 (सरकार के निर्देशों का उल्लंघन करना), 147 (उपद्रव करने का दोषी), 149 (अपराध करने के लिए गैरकानूनी सभा आयोजित करना), 171 एफ (निर्वाचन में असम्यक् असर डालने या प्रतिरूपण का अपराध करना), लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 132, 135ए, 136 और सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिि की धारा 3
एडीसीपी वेस्ट लखन यादव के अनुसार घटना के समय कुछ वीडियो बनाए गए थे वह पुलिस ने अपने कब्जे में लेगी। तीनों मामलों में वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपितों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी