योगी के जीरो टॉलरेंस नीति को सरकारीकर्मी लगा रहे पलीता
देवरिया। कहने को सरकारें बदलती हैं। सिस्टम तो पुराने हिसाब से ही चलते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही जीरो टॉलरेंस नीति लागू किये है, लेकिन उन्हीं के राज में आम आदमी का काम बगैर रिश्वत के नहीं हो रहा।
लार के नेमा गांव के रहने वाले शुभनाथ प्रसाद बिहार के वैशाली जिले में जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक पद से चार माह पूर्व सेवानिवृत्त हुए थे। कोषागार से उनके पेंशन की प्रक्रिया चल रही है। जिले में भ्र्ष्टाचार का आलम यह है कि ट्रेजरी आफिस का बाबू भी बगैर पैसे लिए कोई पत्रावली नहीं तैयार करता। आरोप है कि ट्रेजरी आफिस के अकाउंटेंट दिनेश कुमार उपाध्याय ने पेंशन स्वीकृति के लिए दस हजार रुपये की मांग की थी। गुरु जी के पुत्र सोनू ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन से की थी।
एन्टी करप्शन टीम ने मंगलवार की दोपहर कोषागार के अकाउंटेंट दिनेश कुमार उपाध्याय को दस हजार रुपये घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। टीम ने सुबह से ही जाल बिछाया था। टीम उसे पकड़कर सदर कोतवाली ले गई । कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राहुल कुमार सिंह ने बताया कि एंटी करप्शन टीम ने एक कर्मचारी को पकड़ा है। उसके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।