बांदा 16 मार्च 2023
आज दिनांक 16 मार्च को लोकमित्र संस्था द्वारा तिन्दवारी में आयोजित किया गया। जिसमें 200 महिला और किशोरियां शामिल रही हैं। कार्यक्रम में किशोरियों द्वारा बालिका शिक्षा, पर कई नाटक प्रस्तुत किया गया।
शीर्षक रहें – अनपढ़ बीबी, भ्रूण हत्या, बालक, बालिका में भेद – भाव महिलाओं व किशोरियों द्वारा गीत प्रस्तुत किया, जेही कोखी बेटा जन्मे से ही कोखी बेटियां दुरंग नीतिया, देवकली के द्वारा गया लोकमित्र द्वारा की वर्ष से महिला दिवस कार्यक्रम मनाया जा रहा है। इससे महिला जागरूकता व बालिका शिक्षा को काफी बढ़ावा मिला है। हम लोग मंच पर अपने अधिकारों की बात कर पाए रही हूं।
राधा आंगनबाड़ी ने गीता, देवकली, शालिनी के द्वारा अपना अनुभव शेयर किया गया कि हम लोग बहुत ज्यादा नहीं पढ़ पाई हूं। पर अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ा रही हू। गीता ने कहा लड़कियों को पढ़ाने के लिए हर न्यायपंचायत में सरकारी इण्टर कालेज हों। कुछ स्कूल हैं तो वहां पर बालिकाओं के अनुसार सुविधा व महिला शिक्षिका नहीं हैं।
शालिनी ने बताया कि हमारे समाज में वेतनभोगी महिलाओं को महत्व दिया जाता है न कि घरेलू काम का।
गीता ने अपने अनुभव को बताया कि बड़े संघर्ष के बाद ससुराल में पढ़ाई कर पायी हूँ। डी आर यादव ने कहा सदियों से हमारा समाज पुरुष प्रधान रहा है। लेकिन अब सरकार ने राशनकार्ड आदि के माध्यम से मुखिया का दर्जा दिया है।
अमृतलाल ने कहा बांदा बुन्देलखण्ड में मौसमी पलायन बच्चों समेत होता इससे बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित हो रहे हैं। इसके लिए सरकार से मजबूत मांग करनी है। इसके लिए विद्यालय प्रबंध समिति के महिला सदस्य स्कूल की बैठकों में जायें। स्कूल को बालिकाओं की नजर से स्कूल को देखें। वैसी व्यवस्था की बात करें। इससे ही पूरी शिक्षा में बदलाव आयेगा। कार्यक्रम संचालक शालिनी ने महिलाओं को आगे बढ़ने में प्रेरित वक्तव्य से प्रोत्साहित किया। अंत में सामूहिक गीत हम होंगे कामयाब एक दिन में सभी महिलाएं झूम उठी।
Crime 24 Hours / ब्यूरो रिपोर्ट